Viral News : मुंबई में एक लोकल ट्रेन में पुरुष यात्रियों से भरे डिब्बे में काली स्कर्ट पहनकर रैंप वॉक करने वाले युवक का वीडियो इंस्टाग्राम पर वायरल हो गया। फोटो और वीडियो शेयरिंग मंच (Instagram) पर इस वीडियो को 73 हजार से अधिक लाइक्स और 1800 से ज्यादा कमेंट मिल चुके हैं। आइये बताते हैं इस रोचक वीडियो के बारे में...
वीडियो में शिवम भारद्वाज (24) नाम का युवक काली स्कर्ट पहनकर डिब्बे में चहलकदमी करता दिखाई दे रहा है। उसे देख कुछ यात्री आश्चर्यचकित तो कुछ मंत्रमुग्ध नजर आ रहे हैं। शिवम ने अपना इंस्टाग्राम अकाउंट ‘द गाय इन अ स्कर्ट’ नाम से बना रखा है और इसपर ही उसने वीडियो को शेयर किया है।
शिवम ने मीडिया रिपोर्ट्स में कहा, “जब मैं अपने रील (छोटी वीडियो क्लिप) को एडिट कर रहा था, तब मैं लोकल ट्रेन में मेरी रैंप वॉक पर लोगों की प्रतिक्रिया देखकर दंग रह गया। कुछ लोगों का मुंह खुला का खुला था, लेकिन एक व्यक्ति ऐसा भी था, जो मेरे पास आया और पूछा कि क्या मैं कोई कलाकार हूं। इस बात ने मुझे खुश कर दिया कि समाज में ऐसे लोग भी हैं, जो हमें समझते हैं।”
उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले से ताल्लुक रखने वाला शिवम एलजीबीटीक्यू (LGBTQ) समुदाय का हिस्सा है। वह खुद को खुले तौर पर एक समलैंगिक बताता है, जो लैंगिक तटस्थता का समर्थन करता है। उसका मानना है कि मेकअप और स्कर्ट (Skirt) जैसे परिधान किसी लिंग तक सीमित नहीं रहने चाहिए।
शिवम ने आगे कहा, “पुरुष भी स्कर्ट पहन सकते हैं। लेकिन, भारतीय समाज (Indian Culture) में पुरुषों को ऐसा करते नहीं देखा गया है, इसलिए यह लोगों के लिए बहुत आश्चर्यजनक है और वे किसी लड़के को स्कर्ट (Skirt) पहनते नहीं देखना चाहते। हालांकि, मेरा मानना है कि समय बदल रहा है।” शिवम ने यह भी कहा, “जब महिलाएं पैंटसूट पहन सकती हैं, तो पुरुष भी स्कर्ट (Skirt) पहन सकते हैं और इससे उनकी मर्दानगी पर कोई असर नहीं पड़ेगा। अगर आप एक पुरुष हैं, तो स्कर्ट पहनने के बाद भी आप एक पुरुष ही रहेंगे।” वैसे देखिए ये नीचे दिया गया वीडियो।
शिवम बचपन से ही फैशन की दुनिया में करियर बनाना चाहता था, लेकिन उसके माता-पिता को यह स्वीकार्य नहीं था। वे उसे चार्टर्ड अकाउंटेंट बनाना चाहते थे। फैशन (Fashion) पर आधारित वेब सामग्री बनाने के कारण शिवम को 19 साल की उम्र में घर छोड़ना पड़ा था। शिवम के मुताबिक, स्कर्ट में रैंप वॉक वाले उनके वीडियो पर आई 90 फीसदी प्रतिक्रियाएं सकारात्मक थीं, जो उनके लिए काफी आश्चर्यजनक है।