गैंग का सरगना विशाल यादव घटना के एक दिन बाद पुराने मामले में जमानत तोड़वाकर जेल चला गया
पकड़े गए लूटेरो के पास से तमंचा, कारतूस के साथ 56 हजार नगदी भी बरामद किया है
एसपी ओमवीर सिंह ने प्रेसकांफ्रेन्स कर मामले का किया खुलासा
कहा पकड़े गए बदमाश जिले की बार्डर पर लूट की घटना को देते थे अंजाम
शातिर लूटेरे दो जिले की पुलिस को उलझाने के लिए बार्डर पर देते थे घटना को अंजाम
5 दिसंबर को गाजीपुर आजमगढ़ के बॉर्डर पर 86 हजार की लूट को अंजाम दिया था
स्वाट और दुल्लहपुर थाने की संयुक्त कार्रवाई में मिली कामयाबी
गाजीपुर में जिले की बार्डर पर लूट की घटना को अंजाम देने वाले शातिर लूटेरे गैंग के 4 सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पकड़े गए सदस्यों के पास से तमंचा, कारतूस के साथ 56 हजार नगदी बरामद किया है। मामले का खुलासा एसपी ओमवीर सिंह ने अपने कार्यालय पर प्रेसकांफ्रेन्स कर किया है। इस दौरान इन्होंने बताया कि 5 दिसंबर को दुल्लहपुर थाना इलाके के गाजीपुर-आजमगढ़ बार्डर अकेले जा रहे बैंक मित्र से 86 हजार की लूट की घटना को अंजाम दिया था। स्वाट टीम और दुल्लहपुर थाने की टीम मामले का खुलासा करने के लिए सक्रिय थी। आज दुल्लहपुर थाना इलाके के मलेठी तिराहा के पास वाहन चेकिंग की जा रही थी। जरिये मुखबीर से सूचना मिली की कुछ बदमाश किसी घटना को अंजाम देने के लिए प्लान बना रहे है। जिसके बाद क्षेत्र में सक्रिय स्वाट टीम और दुल्लहपुर थाने टीम की संयुक्त कार्रवाई में 4 संदिग्ध बदमाशो को धर दबोचा। पुलिस की तलाशी में बदमाशों के पास से 4 तमंचा, कारतूस के साथ 56 हजार नगदी भी बरामद किया है। पुलिस की पूछताछ में पकड़े गए बदमाशो ने अपना नाम अभिषेक यादव, राजा चौहान, विपिन पाल, गुलशन शर्मा बताया जो सभी गाजीपुर के निवासी है। वहीं एसपी ने ये भी बताया कि लूटेरा गैंग के सरगना विशाल यादव घटना के एक दिन बाद पूर्व के मुकदमें में जमानत तोड़वाकर जेल चला गया। विशाल यादव और अन्य चार सदस्य जिले के बॉर्डर इलाके में सुनसान और अकेले आने जाने वाले व्यक्तियों को टारगेट कर लूट की घटना को अंजाम देते थे। घटना को अंजाम देने से पहले रेकी करते थे। उसके बाद घटना को कारित करते थे। वहीं एसपी ने ये भी बताया कि पकड़ा गया गैंग लूट की घटना को बार्डर पर इसलिए अंजाम देते थे कि दो जिले की पुलिस बार्डर को लेकर आपस मे उलझी रहे और घटना को अंजाम देकर फरार हो सके।