Ghazipur भक्त और भगवान का सम्बंध बहुत अनोखा होता है- साध्वी साधना
गाजीपुर जनपद के मुहम्मदाबाद तहसील क्षेत्र के युसुफ पुर स्थित मां काली मन्दिर पर आयोजित संगीतमय श्री राम कथा में साध्वी साधना जी ने उपस्थित श्रोताओं से कहा की देवर्षि नारद भगवान के अनन्य भक्त है वे हमेशा परहित की चिंता मे लगे रहते है इसलिये जब चाहे भगवान के पास चले जाते है।
अगर नारद के मन मे कोई बिकार भी हो तो भगवान को बता देते है और यही भक्त की पहचान है। भगवान भी भक्तो के गलत चाहो को कभी पुरा होने नही देते ।
नारद मोह प्रसंग मे ये स्पष्ट हुआ है जब नारद जी को काम विजय का अहंकार हो गया और भगवान ने यह जाना तो भगवान ने अपनी माया को प्रेरित किया और नारद जी विश्व मोहिनी को पाने के लिये आतुर हो गये और अपनी इच्छा भगवान को बताये और निर्णय भगवान के हाथो मे ही छोड दिया।
नारद जी ने कहा-जेहि बिधि होहि नाथ हित मोरा,करहू सो बेगि दास मै तोरा ।
नारद जी भगवान से सुन्दर रुप मांगे लेकिन भगवान ने नारद जी को कुरुप कर दिया।
क्योकि भगवान नारद जी के इच्छा को महत्व नही दिये बल्कि नारद के भलाई के बारे मे सोचे और उनको कुरुप कर दिया।
क्योकि भगवान अपने भक्त की रक्षा ठीक वैसे ही करते है जैसे मा अपने बालक की रक्षा करती है।
और भगवान अपने भक्तो के गलत चाहो को पुरा नही करते।
कथा में आचार्य पंडित अभिषेक तिवारी के द्वारा व्यास मंच पर व्यास पूजन किया गया।इस मौके पर मां काली मन्दिर के पुजारी मुकेश जी एवं हजारों की संख्या में श्रोता उपस्थित रहे।यूसुफपुर स्थित माता महाकाली मंदिर परिसर में चल रहे श्री राम कथा अमृत वर्षा का समापन कल दिनांक 12 नवंबर दिन शनिवार को संपन्न होगा जिसमें 4:00 बजे से भव्य भंडारे का आयोजन किया गया है । पुजारी मुकेश जी ने सभी श्रद्धालु भक्तजन से अनुरोध किया है की आप सभी लोग माता रानी के दरबार में उपस्थित होकर प्रसाद ग्रहण कर पुण्य के भागी बने।