(सदर) गाजीपुर। थाना कोतवाली अन्तर्गत दिनांक 26 सितम्बर 2022 को एक महिला के नृसंश हत्यारे आला कत्ल के साथ गिरफ्तार। चेकिंग के दौरान महिला की हत्या मामले सम्बन्धित से सम्बन्धित प्रकाश मे आये वांछित अभियुक्तगण विपुल यादव पुत्र सुभाष यादव निवासी ग्राम फाक्सगंज थाना कोतवाली जानपद गाजीपुर एवं अनीस यादव पुत्र इन्द्र मोहन यादव निवासी ग्राम हाथीखाना थाना कोतवाली, जनपद गाजीपुर को गिरफ्तार कर मुकदमा उपरोक्त की घटना में प्रयुक्त खून से सने हुये कपड़े तथा खून से सना हुआ आला कत्ल एक अदद धारदार बांकी/धाव बरामद किया गया पूछताछ में अभियुक्त विपुल यादव ने बताया कि हम लोगो को महिला जानती पहचानती थी मृतका किरन प्रजापित के घर से मृतका के पति पवन कुमार प्रजापति की उसके पिता सुभाष यादव के साथ गहरी दोस्ती थी जिसके कारण पवन कुमार प्रजापति उस पर पूरा विश्वास करते थे और सगे भतीजे की तरह मानते थे। उनकी पत्नी किरन प्रजापति को सफेद रोग की बीमारी थी,जिसके इलाज के लिये पवन प्रजापति उसे जनपद मऊ, बिहार एवं पंजाब जैसे दूर स्थानों पर इलाज के लिये भेजते थे,जिसके कारण पवन प्रजापित का विपुल यादव के प्रति पूरा विश्वास हो गया था जिससे वह उनके घर दिन एवं रात में जब भी आवश्यकता पड़ती थी तो पवन प्रजापित की अनुपस्थिति में विपुल यादव उनके घर आता जाता था और इसी विश्वास का फायदा उठा कर उनके घर दिनांक 26.09.2022 को उनके घर ऐसे समय पर गया जब रोजाना की भांति उनके दोनों लड़के शुभम कुमार उम्र करीब 14 वर्ष और सुधांशु कुमार उम्र करीब 06 वर्ष सुबह करीब 7 से 7.30 बजे के बीच अपने अपने स्कूल पढ़ने चले गये तो उसी का फायदा उठा कर विपुल यादव अपने मित्र अनीस यादव के साथ उनके घर में घुस कर उनके लाइसेंसी पिस्टल को निकालने लगे तब उनकी पत्नी किरन प्रजापति ने उसका विरोध किया कि ऐसा क्यों कर रहे हो तम्हारे चाचा से बता दूंगी तो इसी बात पर विपुल यादव और उसके साथी अनीस यादव ने मिल कर किरन प्रजापति की धार दार बांकी/धाव से हत्या कर हम लोग अपनी पहचान छिपाने के लिय वहाँ लगे सीसीटीवी कैमरे को तोड़कर डीवीआर लेकर फरार हो गये तथा हत्या में प्रयुक्त आला कत्ल तथा घटना के समय पहने हुये कपड़े जो खून से सने हुये थे उसको ले जाकर सूनसान स्थान पर छुपा दिये थे, जिसे आज दिनांक 02.10.2022 को उनकी निशा देही पर स्वाट टीम की संयुक्त टीम के साथ बरामद किया गया। गिरफ्तार अभियुक्तगण ने पूछताछ में बताया है कि लूटी गयी पिस्टल लाइसेंसी व डीवीआर होने के कारण हम लोगों ने अपने पकड़े जाने की घर से गंगा नदी में फेंक दिया जिससे कोई ऐसा सबूत न मिल सके कि हम लोगों ने ही इस घटना को अंजाम दिया है। पुलिस टीम द्वारा घटना में प्रयुक्त आला कत्ल एवं घटना के समय अभियुक्तगण द्वारा पहने हुये खून से सने कपड़ो को बरामद कर उल्लेखनीय सफलता प्राप्त की गयी है।