रामराज्य की परिकल्पना दबाव से नहीं प्रभाव से संभव है
गाजीपुर जनपद के बाराचंवर ब्लाक मुख्यालय पर रामलीला मैदान में आयोजित श्री लक्ष्मी नारायण महायज्ञ में अयोध्या वासी मानस मर्मज्ञ भागवतवेत्ता महामण्डलेश्वर श्री श्री 1008 श्री शिवराम दास जी फलाहारी बाबा ने उपस्थित श्रोताओं को श्री राम कथा रूपी सरिता में गोते लगवाते हुए कहा की
भक्तों में भगवान को हंसाने की क्षमता होती है। इसलिए कि वह भगवान से कुछ मांगता ही नहीं है।
संयुक्त परिवार मैं अलगाव का कारण रामकथा का अभाव है।
इच्छाएं अनंत और आवश्यकताएं भी अनंत है यदि इच्छाओं को ईश्वर के साथ जोड़ दिया जाए तो उसका अंत हो जाता है। जीव जितना छोड़ता है उतना ही प्राप्त होता है ।श्री भरत जी महाराज प्रयागराज में अर्थ धर्म काम और मोक्ष चार चीज को छोड़कर प्रभु श्रीराम से मिलने गए तो प्रभु श्री राम भी दुपट्टा तर्कस बाण और धनुष चार चीज छोड़ कर भरत जी से मिले। जीवात्मा जितना समर्पण करता है उतना ही उसे प्राप्त होता है। एक बार यदि अपने आप को समग्र सत्ता के साथ भगवान के चरणों में समर्पित कर दे तो परमात्मा की प्राप्ति हो जाती है ।
राजा बलि ने दान के साथ-साथ स्वयं को भी चढ़ा दिया। भगवान उनके द्वारपाल हो गए स्वयं लक्ष्मी को आकर राजा बलि से याचना करना पड़ा। रामराज्य की परिकल्पना दबाव से नहीं प्रभाव से संभव है ।रामराज्य राजगद्दी के माध्यम से नहीं व्यास गद्दी के माध्यम से ही पूरा किया जा सकता है। दशरथ जी के द्वारा राम का राज्याभिषेक नहीं हुआ किंतु वशिष्ठ जी ने राम का राज्याभिषेक राजतिलक कर दिया। रामकथा ही जीवन है ।बाकी सब ब्यथा है।
संयुक्त परिवार मैं अलगाव का कारण रामकथा का अभाव है। कथा के विराम दिवस पर फलाहारी बाबा ने समस्त ग्राम वासियों से एक एक अवगुण दक्षिणा के रूप में मांगा जिससे पूरा कथा मंडप मंडप में बैठे श्रोताओं के नेत्र अश्रुपूरित हो गए इस दृश्य को देखकर गांव के नहीं बल्कि क्षेत्र के लोग भी बहुत ही प्रभावित हुए और कई लोगों ने नशा त्याग करने का संकल्प धर्म मंच से किया.बाबा ने मंच से गांव ही नहीं बल्कि क्षेत्र को भी आशीर्वचन दिया।
डालिम्स सनबीम स्कूल गांधीनगर के निदेशक हिमांशु राय ने भी यज्ञ स्थल पर पहुंच कर यज्ञशाला की परिक्रमा की एवं फलाहारी बाबा का आशिर्वाद लिया। फलाहारी बाबा के द्वारा अंगवस्त्रम भेंट कर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में धर्म मंच से उपस्थित सभी पत्रकारों को फलाहारी बाबा एवं यज्ञ के मुख्य यजमान ब्लाक प्रमुख बाराचंवर बृजेन्द्र सिंह के द्वारा सम्मानित किया गया।इस अवसर पर यशवंत सिंह,दीपक सिंह,संजय पाण्डेय,चंदन शर्मा, कृष्ण कुमार मिश्रा,रविदेव गिरी, रविन्द्र यादव,गोपाल यादव,राजेश राय पिंटू,गुरू चरण सिंह बग्गा,समेत ढेर सारे लोग उपस्थित रहे।
यज्ञशाला की परिक्रमा भोर से लेकर मध्य रात्रि तक श्रद्धालु भक्त कर रहे हैं।
इस अवसर पर आयोजित बृंदावन के कलाकारों के द्वारा मंचन की जा रही रासलीला देखने के लिए भी मध्य रात्रि तक लगभग दस हजार दर्शक मौजूद रहे।