गाजीपुर के राजापुर गांव में रेन हार्वेस्टिंग सिस्टम के जल के संचयन के साथ- साथ हम जो भी जल का प्रयोग करते हैं, उस जल का संचयन कर अपने वाटर लेवल को बढ़ाने का निर्माण कराया गया है।
मन में यदि कुछ करने की तमन्ना हो तो वह नामुमकिन नहीं मुमकिन हो जाता है और कुछ ऐसा ही देखने को मिल रहा है गाजीपुर के मुहम्म्दाबाद तहसील के राजापुर ग्राम सभा में, जहां के ग्राम प्रधान अश्वनी कुमार राय ने पहले स्वच्छता एक्सप्रेस बनाकर पूरे जिले को संदेश देने का काम किया. इसके अलावा पंचायत भवन भी ऐसा बनाया जिसमें पूरे गांव का सरकारी और गैर सरकारी कामों का निपटारा हो जाता है।
क्या है पूरा मामला?
इस ग्राम सभा में रेन हार्वेस्टिंग सिस्टम यानी वर्षा के जल के संचयन के साथ हम जो भी जल का प्रयोग करते हैं, उसके बचे हुए जल का संचयन कर अपने वाटर लेवल को बढ़ाने का निर्माण कराया गया है और यह पूरा काम लघु सिंचाई विभाग के अभियंताओं की देखरेख में किया गया है. जिसका लोकार्पण लघु सिंचाई विभाग की सहायक अभियंता रीना कुमारी के द्वारा ग्रामीणों की उपस्थिति में किया गया. उन्होंने बताया कि भूगर्भ जल स्तर को संवारने के लिए इस तरह की योजना भारत सरकार के द्वारा लाई गई है, ताकि पानी की कमी ना हो. इसके लिए इस तरह के छोटे-छोटे प्रयास किए जा रहे हैं.
कैसे होता है पानी का स्टोरेज?
लघु सिंचाई विभाग की सहायक अभियंता रीना कुमारी ने बताया कि हम प्रतिदिन कम से कम 20 लीटर पानी का वेस्ट करते हैं. इस वेस्ट में कमी लाने के साथ ही साथ जल का प्रयोग न होने पर उसे नल के आसपास बने हार्वेस्ट सिस्टम में डाल दें जिससे कि जल भूगर्भ में चला जाए और फिर से वही जल रीसाइकल होकर हमारे प्रयोग के लिए बाहर आ सके. इस दौरान लोगों ने बताया कि उनके विभाग के पास इस तरह के कार्य के लिए कोई बजट नहीं दिया गया है लेकिन वह ग्राम प्रधानों को जागरूक कर इस तरह के कार्य करा रहे हैं ताकि भविष्य में हमें पानी की कमी ना हो. इसको लेकर लघु सिंचाई विभाग के द्वारा सभी सरकारी भवन पर इस तरह के रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम निर्माण कराए जाने को लेकर ग्राम प्रधानों को मोटिवेट किया जा रहा है।