neta jee ka naam bhaarateey नेता जी का नाम भारतीय राजनीति के इतिहास में सदैव जीवंत रहेगा-वीरेन्द्र सिंह मस्त
बलिया सांसद वीरेन्द्र सिंह मस्त भी सैफई पहुंचे। उन्होंने स्व0नेता जी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव एवं प्रोफेसर रामगोपाल यादव समेत सभी परिजनों से मिल कर शोक संवेदना प्रकट की।इस मौके पर उन्होंने कहा की
संघ के स्वयंसेवक के नाते जो प्रशिक्षण मिला हैं। वैचारिक भिन्नता होते हुए भी "नेता जी" बड़े भाई आदरणीय मुलायम सिंह यादव जी से जो भ्रातृत्व भाव मिला वह अपने वैचारिक प्रशिक्षण के नाते हमे प्राप्त था! गांव - गरीब किसान मजदूर व भारतीय परम्परा स्वदेशी चीन के विरोध के सवाल पर हम एक थे! पर कई और वैचारिक भिन्नता के सवाल पर सदन से सडक तक विरोध था। प्रतिदिन सदन मे वार्ता होता रहता था। वैचारिक भिन्नता से कभी 4 दशक के सम्बन्ध में आडे नही आया! सदन में कई सहमती - असहमति के साथी बडे भाई स्व0 मुलायम सिंह यादव जी के गांव सैफई में उनको आखिरी सलाम किया! एवं उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उनको श्रद्धांजलि दिया। नेता जी राष्ट्र उत्थान के बहस को बीच में छोड कर चले गए है! परन्तु गांव गरीब किसान स्वदेशी भारतीयता के सवाल को मुकाम तक ले जाना है! अंतिम सलाम नेता जी।