जीवन रूपी यज्ञ में भी राम रूपी ज्ञान और वैराग्य रूपी लक्ष्मण का आगमन अति आवश्यक है-फलाहारी बाबा

 


यज्ञ से वायुमंडल और पर्यावरण में शुद्धता आती है।



गाजीपुर जनपद के बाराचंवर ब्लाक मुख्यालय पर आयोजित श्री लक्ष्मी नारायण महायज्ञ के दौरान श्री राम कथा के दौरान अयोध्या वासी महामण्डलेश्वर श्री श्री 1008 श्री शिवराम दास जी फलाहारी बाबा ने उपस्थित श्रोताओं से कहा की

प्राचीन संस्कृति को एक शब्द में समेटकर कहा जाए तो उसका नाम यज्ञ है ।यज्ञ से वायुमंडल और पर्यावरण में शुद्धता आती है। संक्रामक रोग नष्ट होते हैं। सह बंधुत्व के सद्भावना का विकास होता है ।यज्ञ की पहचान अग्नि है। अग्नि शक्ति, ऊर्जा और सदा ऊपर उठने की प्रेरणा देती है। अग्नि में ताप और भाप दोनों छुपा होता है ।यज्ञ में जलती हुई अग्नि ईश्वर का रूप होती है ।अग्नि का मुख ईश्वर का मुख होता है ।अग्नि में हवन करना सही मायने में ब्रह्म भोज के समान है औषधियों से बने हुए हवन के माध्यम से पर्यावरण विशुद्ध होता है ।जो आज की परम आवश्यकता है ।प्रत्येक परिवार को अमावस्या और पूर्णिमा के दिन महीना में दो बार सामूहिक सपरिवार हवन अवश्य करना चाहिए। हवन से सुख शांति और समृद्धि की प्राप्ति होती है। जीवन भी एक यज्ञहै। जीवन रूपी यज्ञ में परमार्थ की वेदी पर स्वार्थ की आहुति दी जाती है ।



जीवन रूपी यज्ञ को सफल बनाना ही मनुष्य योनी का परम लक्ष्य है।

विश्वामित्र के यज्ञ को पूर्ण करने हेतु राम लखन को आना पड़ा राम, लखन ज्ञान और वैराग्य के साक्षात प्रतिमूर्ति हैं। जीवन रूपी यज्ञ में भी राम रूपी ज्ञान और वैराग्य रूपी लक्ष्मण का आगमन अति आवश्यक है। जीवन रूपी यज्ञ को सफल बनाना है मनुष्य योनी का परम लक्ष्य है।श्री लक्ष्मी नारायण महा यज्ञ के यज्ञशाला की परिक्रमा सुबह से देर रात तक चल रही है‌। 



अग्नि शक्ति, ऊर्जा और सदा ऊपर उठने की प्रेरणा देती है।


बृंदावन से आये कलाकार रामलीला और रास लीला का मंचन कर रहे हैं।जिसे देखने के लिए हजारों की संख्या में दर्शक कथा स्थल पर उपस्थित रहते हैं।इस अवसर पर आचार्य पंडित मदन मोहन द्विवेदी. विवेकानंद पाण्डेय. प्रमोद कुमार पाण्डेय. प्रभाकर पाण्डेय. हरेन्द्र उपाध्याय. नर्वदेश्वर तिवारी. मोहित कुमार मिश्रा के साथ

श्री लक्ष्मी नारायण महायज्ञ के मुख्य यजमान ब्लाक प्रमुख बाराचंवर बृजेन्द्र सिंह,अमरनाथ सिंह,रमेश सिंह,केदारनाथ पाण्डेय,शशिभुषण मिश्रा, यशवन्त सिंह,जनार्दन तिवारी बरेजी,बाल्मिकी सिंह कुशबाहा,मनोज वर्मा,राधिका देवी,चन्द्रकला सिंह,जगरनाथ प्रसाद कमलापुरी,देवेन्द्र कुमार सिंह,संजय राय,उर्मिला कुशबाहा,इंदू सिंह पत्नी सियारामशरण सिंह, सत्यदेव सिंह सुबाष यादव, विश्राम यादव,कौशल सिंह, मुकेश गिरि दीपक सिंह,संजय पाण्डेय,अंजनी मोर्या,दयानन्द कुशबाहा,सुनील कन्नौजिया,राजाराम पाण्डेय,बृजेश शर्मा,मनीष सिंह,योगेन्द्र राजभर,बृजेश कुशबाहा,राजेश कुशबाहा,रमेश सिंह,गुडडू गुप्ता,सहित हजारो की तादात मे नर नारी मौजूद रहे।

Previous Post Next Post

फास्टर अप्डेट्स के लिए जुड़िये हमारे टेलीग्राम चैनल से - यहाँ क्लिक करिये
SKIP AD