गाजीपुर। कलेक्टेट न्यायालय कक्ष में महात्मा गांधी की 153 वीं जयंन्तीे तथा लाल बहादुर शास्त्री 118 वी जयंन्ती धूम धाम से मनायी गयी। इस दौरान जिलाधिकारी आर्यका अखौरी ने महात्मा गांधी एंव लाल बहादुर शास्त्री के चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए जनपद वासियों को हार्दिक बधाई दी। कलेक्टेट न्यायालय कक्ष में महात्मा गांधी की 153 वीं जयंती के अवसर पर उपस्थित अधिकारियों ने अपने-अपने उद्बोधन व्यक्त करते हुए महात्मा गांधी के विचारों पर चलने की प्रेरणा ली। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने न्यायालय कक्ष के फर्स पर ही बैठकर नेहरू युवा केन्द्र के वालेंटियर संग रामधुन-रधुपति राघव राजा राम प्रति तपावन सीता राम, का गान गाया। कार्यक्रम में जिलाधिकारी आर्यका अखौरी ने अपने सम्बोधन में कहा कि सत्याग्रह तथा सविनय अवज्ञा आंदोलन के माध्यम से उन्होंने समाज के सभी वर्गों में आजादी की लौ प्रचलित की। गांधी जी ने सत्य और अहिंसा का जो मार्ग दिखाया है वह देश में ही नहीं पूरे विश्व में प्रसिद्ध है और इससे हमारे देश भारत का गौरव आगे बढ़ रहा है। जिलाधिकारी ने कहा कि महात्मा गांधी एक ऐसे महापुरुष थे, जो अहिंसा और सामाजिक एकता पर विश्वास करते थे, उन्होंने भारत में ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने तथा सामाजिक विकास के लिए हमेशा संघर्ष किया। उन्होंने भारतीयों को स्वदेशी वस्तुओं के उपयोग करने के लिए भी प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि गांधी जी की जो भी परिकल्पना रही हैं उन पर चलकर विभिन्न आयाम स्थापित किए गए हैं, जो भी व्यक्ति देश में रह रहा है उसे भोजन अवश्य मिले। अंत्योदय कांसेप्ट के अंतर्गत ऐसी विभिन्न योजनाएं आई जिसमें हर व्यक्ति को लाभ मिला। गांधीजी की दूसरी परिकल्पना महिलाओं को आगे बढ़ाने की थी जो कि पूरी होती दिखाई दे रही है। हर क्षेत्र में महिलाएं बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं। पहले बेटी और बेटे में भेदभाव की भावना थी जिसमें कमी आई है। बेटियों को उनके समस्त अधिकार दिए जा रहे हैं। उन्होंने कहा सब के साथ से सब के प्रयास से ही सबका विकास होगा। हम सभी को सादा जीवन उच्च विचार की प्रेरणा रखनी चाहिए। महात्मा गांधी भारतीय संस्कृति पर चलने वाले व्यक्ति थे, और भेदभाव की परंपरा को नष्ट करने के लिए आजीवन संघर्ष करते रहे। उन्होने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के मूल्यों को हम सभी को समझना चाहिए, अच्छी तरह से उनका अध्ययन करना चाहिए तथा उनके मूल्यों को अपने वास्तविक जीवन में भी अपनाना चाहिए। जय जवान, जय किसान का जो नारा था वास्तविक में यह नारा नहीं है बल्कि उस समय की सेना के लिए यह बहुत बड़ी रणनीति थी। अगर हम महात्मा गांधी जी के सिद्धांतों को अपने जीवन में अमल करें तो न सिर्फ व्यक्ति का बल्कि पूरे समाज का विकास होगा। जिलाधिकारी ने कहा हम चाहे जिस भी पद पर हों उस पर ईमानदारी कर्तव्यनिष्ठाता के साथ कार्य करें और जनमानस के अंतिम व्यक्ति तक योजनाओं का लाभ पहुंचाएं। जिलाधिकारी ने कहा शास्त्री जी स्वतंत्रता आंदोलन में गांधीवादी विचारधारा के अनुसरण करते हुए देश की सेवा की और आजादी के बाद भी अपनी निष्ठा और सच्चाई में कभी कमी नहीं आने दी। उन्होंने कहा कि शास्त्री जी भारतीय राजनीति में बेहद सादगी पसंद और इमानदार व्यक्तित्व के स्वामी थे। कहा कि दोनों नेताओं के प्रति हमारी सच्ची श्रद्धांजलि होगी कि हम उनके बताए रास्ते का अनुसरण करें। इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी वि0रा अरूण कुमार सिंह, जिलाधिकारी भू0रा0 सुशील लाल श्रीवास्तव, उपजिलाधिकारी वीर बहादुर यादव, डिप्टी कलेक्ट्रर, जिला सूचना विज्ञान अधिकारी अखिलेश जायसवाल, जिला सूचना अधिकारी राकेश कुमार, सहित कलेक्ट्रेट के समस्त अधिकारी/कर्मचारीगण उपस्थित रहे।
डीएम ने महात्मा गांधी एंव लाल बहादुर शास्त्री के चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की
रविदेव गिरि पत्रकार
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