गाजीपुर:शातिर ठग सलाखों के पीछे

 


 


(भुड़कुड़ा)गाजीपुर। स्थानीय थाना पुलिस ने शुक्रवार की सुबह करीब 06.30 बजे एक ठग को चौजा पुल के पास से एक नाजायज तमंचा .315 बोर मय जिंदा कारतूस गिरफ्तार किया गया।

गिरफ्तार अभियुक्त मुकेश विश्वकर्मा पुत्र रवीन्द्र विश्वकर्मा निवासी गोदसैया थाना दुल्लहपुर जनपद गाजीपुर का निवासी है। उसके पास से अवैध असलहे के साथ, ठगी करके लिए गये मोबाइल मय 4700 रूपये के साथ उपनिरीक्षक रामाश्रय यादव व प्रशिक्षु उ0नि0 सलाहूद्दीन, मुख्य आरक्षी महेन्द्र यादव व श्रवण कुमार, चालक सुदीप पटेल के द्वारा गिरफ्तार किया गया।

घटना के सम्बंध में बताया गया कि एक अनजान व्यक्ति ने गत ग्यारह अप्रैल को मोबाइल न. 7068305551 से मो. न. 9623929743 पर धर्मेन्द्र कुमार पुत्र स्व0 जयकरन राम निवासी ग्राम कटौली थाना दुल्लहपुर जनपद गाजीपुर से बात कर बताया कि तुम्हारा कालोनी का काम पुरा हो गया है। मै जखनिया ब्लाक का कर्मचारी बोल रहा हूँ। जल्दी से (30,000) तीस हजार रुपये की व्यवस्था करके तुम मेरे पास ब्लाक पर आ जाओ। इस पर विशवास करके धर्मेन्द्र कुमार जो पहले से कालोनी लिए फार्म भरा हुआ था, ब्लाक पर गया तो एक व्यक्ति उससे मिला और उससे तीस हजार रुपया लिया और बताया कि तुम्हारे मोबाईल पर एक ओ.टी.पी. आयेगा,मोबाइल भी तुम मुझे दे दो और एक पेपर खरीद लाओ। धर्मेन्द्र कुमार उसकी बातों में आकर तीस हजार रुपया व मोबाईल देकर पेपर लेने चला गया। जब वह पेपर लेकर आया तो वह व्यक्ति फरार हो चुका था। दो दिन के खोज बीन के बाद धर्मेन्द्र कुमार ने थाने पर सूचना दी, जिसका तत्काल अभियोग पंजीकृत करके पतारसी सुरागरसी में पुलिस लग गयी। बजरिये मुखबिर की सूचना पर चौजा पुल के पास वांछित अभियुक्त को गिरफ्तार किया गया जिसने पूछने पर मुकेश विश्वकर्मा पुत्र रवीन्द्र विश्वकर्मा निवासी ग्राम गोदसैया थाना दुल्लहपुर जनपद गाजीपुर बताया। जिसकी तलाशी ली गयी तो उसके पास से 4700 रूपये नगद, घटना में प्रयुक्त अभियुक्त का मोबाईल व वादी का मोबाईल और एक नाजायज देशी तमंचा .315 बोर मय जिन्दा कारतूस बरामद किया गया। दोनो मोबाइलों में उपरोक्त नम्बरों 7068305551, 9623929743 के सिम एक्टीवेट मिले। पूछने पर अपना अपराध स्वीकार करते हुये बताया कि 30000 रूपयों में से 4700 रूपये बचे थे और दोनो मोबाइल घटना वाले ही हैं।

अभियुक्त मुकेश के विरूद्ध नियमानुसार कार्यवाही कर माननीय न्यायालय भेजा गया। बताया गया कि वर्ष 2018 में सीआईडी बनकर बिरनो थाना क्षेत्र में इसी प्रकार धोखा ध़ड़ी किया था । जिसके सम्बन्ध में थाना बिरनो पर अभियोग पंजीकृत कर जेल भेजा गया था ।

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