गाजीपुर। विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान व दस्तक अभियान जो 2 अप्रैल से शुरू होकर 30 अप्रैल तक चलना है। इसी के तहत शनिवार को अपर जिला अधिकारी ए.के. सिंह ने जिला अस्पताल में आए हुए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी व कर्मचारी के साथ ही अन्य सहयोगी विभाग के लोगों को शपथ दिला कर और उसके पश्चात रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस रैली में आशा कार्यकर्ता, आंगनबाडी कार्यकर्ता के साथ ही मलेरिया विभाग के कर्मचारी, नगर पालिका के कर्मचारी व अन्य लोग शामिल रहे। जो रैली के माध्यम से आमजन में जन जागरूकता फैलाने का काम करेंगे। इसके पूर्व इस अभियान को लेकर सभी विभागों में समन्वय बैठाने के लिए जिलाधिकारी की अध्यक्षता में 24 एवं 30 मार्च को डिस्ट्रिक्ट टास्क फोर्स की बैठक भी कराई जा चुकी है। उन बैठकों के माध्यम से किन विभागों का क्या कर्तव्य है बता दिया गया है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. हरगोविंद सिंह ने बताया कि यह कार्यक्रम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के महत्वाकांक्षी योजनाओं में शामिल है। पिछले 3 से 4 सालों में इंसेफलाइटिस से होने वाली मौतों पर अंकुश लगा है। इसी के निरंतरता में विशेष संचारी रोग नियंत्रण माह मनाया जा रहा है। इसी माह में 15 अप्रैल से 30 अप्रैल तक दस्तक अभियान चलेगा, जिसमें आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता घर-घर जाकर लोगों का दरवाजा खटखटाएंगे और वहां पर बीमार बच्चों या अन्य लोगों के बारे में जानकारी हासिल करेंगे तथा लोगों को संक्रामक एवं मच्छरों से होने वाली बीमारियों से बचाव के तरीके भी बतायेंगी। इसी तरह बेसिक शिक्षा विभाग में भी दवाइयां उपलब्ध करा दी गई हैं और यदि कोई बच्चा तीन-चार दिनों से स्कूल नहीं आ रहा है तो यह पता लगाने का काम किया जाएगा कि कहीं बच्चा बीमार तो नहीं है। इसके अलावा पंचायती राज विभाग के द्वारा ग्रामीण इलाकों में साफ सफाई की व्यवस्था, नगरीय इलाकों में नगर पालिका और नगर पंचायत के माध्यम से नालियों की सफाई और मच्छरों के मारने के लिए फागिंग कराया जाएगा। उन्होंने बताया कि दस्तक अभियान के दौरान आशा कार्यकर्ता गांव-गांव जाएंगे और उन्हें किसी भी हैंडपंप से अशुद्ध पानी आता हुआ मिलेगा तो उस पर लाल निशान लगाएंगे कि इसका पानी नहीं पीना है। जिला मलेरिया अधिकारी मनोज कुमार ने बताया कि मुख्य चिकित्सा अधिकारी के देखरेख में मलेरिया के कार्यकर्ता क्षेत्रवार योजना बनाते हुए विगत वर्ष की भांति मच्छर जनित रोगों के आंकड़ों के आधार पर चिन्हित किए गए हाईरिस्क क्षेत्रों में वेक्टर घनत्व का आकलन भी करेंगे। इसके अलावा आशा एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता निम्नलिखित सूचना अपने रिपोर्ट के साथ प्रतिदिन कार्य की समाप्ति पर क्षेत्रीय एएनएम के माध्यम से ब्लॉक मुख्यालय पर निर्धारित प्रपत्र पर उपलब्ध कराएंगी। मलेरिया कर्मियों द्वारा किए गए घर-घर भ्रमण के दौरान पाए गए क्षेत्रों की सूचना के आधार पर जिला मलेरिया अधिकारी के द्वारा विभिन्न विभागों के सहयोग से मच्छर प्रजनन वाले घरों या इलाकों में मच्छर नियंत्रण गतिविधियां संपादित करने हेतु कार्य करेंगे।
इस कार्यक्रम में एसीएमओ डॉ. डी.पी. सिन्हा, डॉ. उमेश कुमार, डॉ. के.के. वर्मा, डॉ. एसडी वर्मा, डॉ. एम.के. सिंह, डब्ल्यूएचओ के एसएमओ विनय दुबे, यूनिसेफ से अजय उपाध्याय, प्रशासनिक अधिकारी प्रेमचंद, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी, एडीपीआरओ, प्रतिनिधि ईओ नगर पालिका, आईसीडीएस के साथ ही जिला मलेरिया कार्यालय से अंकिता त्रिपाठी व अन्य लोग मौजूद रहे.